Gorakhpuriya Bhojpuria Group Photo

गोरखपुरिया भोजपुरिया परिवार

भोजपुरी भाषा के सम्मान खातिर संकल्पित

गोरखपुरिया भोजपुरिया

सभ्य समाज में भोजपुरी भाषा के सम्मान देवे के अभियान

भोजपुरी माई के भाषा ह । ई अपने आप में विश्व के सबसे समृद्ध भाषा हवे। एकर मिठास आ भाव व्यक्त कईले के अद्भुत क्षमता एके सबसे अलग बनावे ले । बहुत दुख होला जब भोजपुरी भाषा के लोग कमतर आंकेलें आ बोलले में लजालें । जब देश के अन्य राज्यन में उहां के स्थानीय भाषा आ बोली के प्रयोग सम्मान के साथ होला आ लोग अपने भाषा के अपने सम्मान के साथ जोडलें त हम भोजपुरी भाषी लोग काहे न क सके ले । एही सोच के साथ गोरखपुरियां भोजपुरिया समूह बनावल गइल।

एक समूह में पिछले 5 साल में 1500 से अधिक लोग जुड़ल बाड़े । हमहन के ई मानल जाला कि भासा बोलले से ही जीयत रहेले । बौद्धिक आ राजनीतिक विमर्श अलग विषय ह जेह पर बहुत लोग आ संस्था काम करत बाड़ी । पर कुल कईल करावल व्यर्थ हो जाई जब लोग बोलले छोड़ दीहें ।। हमहन के पूरा प्रयास भोजपुरी बोलले , बोलवउले आ गर्व के साथ अपने से जोड़े के बा।

हमार उद्देश्य

ए गो अइसन समाज के कल्पना जहाँ भोजपुरी भाषा के उचित सम्मान मिले आ ई शिक्षा, साहित्य, आ सार्वजनिक जीवन के मुख्यधारा में शामिल हो । भविष्य के पीढ़ियन खातिर एह समृद्ध भाषा के सुरक्षित रखल जा सके । भोजपुरी के संवैधानिक मान्यता मिले आ शैक्षणिक संस्थानन में भोजपुरी पाठ्यक्रम भी लागू कइल जा सके। एह भाषा के वैश्विक स्तर पर पहचान मिले आ एकर सम्मान होखे।

1700+
सक्रिय सदस्य
150+
सफल कार्यक्रम
5+
वर्ष अनुभव
100+
हमार टीम के सदस्य
देश भर में 120+
जिलों में उपस्थति
दुनिया के 18+
देश में उपस्थिति

लोगन के विचार

समाज के अलग-अलग क्षेत्रन से जुड़ल लोगन के विचार

"भोजपुरी बोलले में संकोच नाही करे के चाही"

महापौर डा मंगलेश श्रीवास्तव
महापौर डा मंगलेश श्रीवास्तव
गोरखपुर महापौर

"नाही बोलले से भोजपुरी खतम हो जाई । जईसे उपयोग नाही कईले से मनुष्य जाति के पूंछ खतम हो गइल"

प्रो हर्ष सिन्हा
प्रो हर्ष सिन्हा
प्रोफेसर, गोरखपुर विश्वविद्यालय

"भोजपुरी माई के भासा ह । ऐकर संरक्षण आ संवर्धन बहुत जरूरी बा"

श्री रविन्द्र श्रीवास्तव उर्फ जुगनी भाई
श्री रविन्द्र श्रीवास्तव उर्फ जुगनी भाई
आकाशवाणी कार्यक्रम अधिकारी

"भोजपुरी अंग्रेजी आ हिंदी से अधिक समृद्ध भासा ह । ऐकरे उपयोग से ही एके समृद्ध कईल जा सके ला"

डा संजयन त्रिपाठी
डा संजयन त्रिपाठी
शिक्षाविद एवं समाजसेवी

"भोजपुरी अंग्रेजी आ हिंदी से अधिक समृद्ध भासा ह । ऐकरे उपयोग से ही एके समृद्ध कईल जा सके ला"

डा संजयन त्रिपाठी
डा संजयन त्रिपाठी
शिक्षाविद एवं समाजसेवी
1700+
समर्थक
100+
इंटरव्यू
200+
टीम सदस्य
5+
वर्ष अनुभव

आगामी योजना

भोजपुरी भाषा और संस्कृति के विकास के लिए हमारी भविष्य की योजनाएं

हिन्दी-भोजपुरी-अंग्रेजी शब्दकोश

Hindi-Bhojpuri-English Dictionary

योजना प्रगति पर

भोजपुरी शोध एवं अध्ययन केंद्र

Bhojpuri Research and Study Centre

योजना प्रगति पर

भोजपुरी पुस्तकालय

Bhojpuri Library

योजना प्रगति पर

लोकगीत एवं संगीत का संकलन एवं संरक्षण

Collection and preservation of folk songs and music

योजना प्रगति पर

भोजपुरी पत्रिका का प्रकाशन

Publication of a Bhojpuri magazine

योजना प्रगति पर

नयी पीढ़ी के लिए जागरुकता अभियान

Awareness campaign for the new generation

योजना प्रगति पर

भोजपुरी पुरोधाओं पर डाक्यूमेंट्री फ़िल्में

Documentary films on Bhojpuri pioneers

योजना प्रगति पर

सदस्यन के ई-डाईरेक्ट्री

E-Directory Of Members

योजना प्रगति पर

विश्वविद्यालय एवं कॉलेज में जागरूकता अभियान

Awareness campaigns in universities and colleges

योजना प्रगति पर

इन योजनाओं में सहयोग दीजिए

भोजपुरी भाषा के विकास में अपना योगदान दें और इन महत्वपूर्ण परियोजनाओं का हिस्सा बनें